Monday, April 5, 2010
कटाच्छ
मै अजय केशरी एक एस्टेट एजेंट हूँ मेरा काम है मकान किराया पर लगाना या बेचना एक दिन मै अपने बच्चों को स्कूल छोड़ने जा रहा था, जाते वक़्त एक मकान पर मैंने To-Let का बोर्ड देखा, मैंने बच्चों को स्कूल छोड़ कर घर लौटने लगा तब मै उस मकान पर गया जहाँ To-Let का बोर्ड लगा था, मेन गेट पर लिखा हुआ था कुत्ते से सावधान [ Be were of Dog] बाहर में ही कॉल बेल का स्विच था मैंने बेल दबाया, अन्दर से किसी की आवाज़ तो नहीं आई लेकिन बहुत सारे कुत्तो की आवाज़ आने लगी, कुछ कुत्ते तो गेट के पास आकर भोंकने लगे मै अंदाजा नहीं लगा पाया कि कितने कुत्ते मकान के अन्दर है, मै कुछ देर और इंतजार किया और सोंचा अन्दर से कोई सज्जन आवाज़ देगे, जब कुछ समय बीत गया तो मै दोबारा कॉल बेल का बटन दबाया, फिर वही प्रतिक्रिया हुई, बेल बजे और कुत्ते भौकने लगे लेकिन किसी सज्जन कि आवाज़ नहीं आयी, मै मायुश होकर लौटने लगा और मन में यह विचार करते हुए घर के लिए चल दिया चलो भाई कुत्तो का भी घर होता है , इसी लिए तो गेट पर ही लिखा रहता है कुत्तो से सावधान।
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1 comment:
this blog is really very inspiring.....
what a lay man understands and what his initiatives towards common situations can be easily understood...:)
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