किसने कहा इतिहाश मेरा है या तुम्हारा यह तो एक समूह है जो उधर से गुज़र गया एक ख्याल है जो करवट बदल कर सो गया एक तारीख है जो समय की लिपि से मिटी जाती है
बहुत अच्छी रचना
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1 comment:
बहुत अच्छी रचना
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